उस बवाल का मलाल, मुझे बेबक बेकरार, परेशान करता आज भी है,
हुई ईज़्ज़त थी हलाल, बेईंतेहाँ उस बाजार, वो खलल ईस जेहॅन आज भी है,
अब छोड़ो फिलहाल, चाहे हो वो बवाल, पर उसकी याद मेरे साथ आज भी है |
हुई ईज़्ज़त थी हलाल, बेईंतेहाँ उस बाजार, वो खलल ईस जेहॅन आज भी है,
अब छोड़ो फिलहाल, चाहे हो वो बवाल, पर उसकी याद मेरे साथ आज भी है |
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