मुझे मेरे तालीम की फ़िक्र बना दे
हाँ मेरी पहचान से मेरा जिक्र करा दे
मुझे इन्सां से इन्सां का फर्क बता दे
इन बेबुनियाद अफवाहों का तर्क समझा दे
इस जहन्नुम से जन्नत के हलक फसी जमी
ये जमी को इस खराश से निजाद दिला दे
हाँ मेरे खुदा बस इतनी सी हरकत करा दे
मुझे मेरे तालीम की फ़िक्र बना दे
हाँ मेरी पहचान से मेरा जिक्र करा दे
मुझे इन्सां से इन्सां का फर्क बता दे
इन बेबुनियाद अफवाहों का तर्क समझा दे
इस जहन्नुम से जन्नत के हलक फसी जमी
ये जमी को इस खराश से निजाद दिला दे
हाँ मेरे खुदा बस इतनी सी हरकत करा दे
मुझे मेरे तालीम की फ़िक्र बना दे
No comments:
Post a Comment