एक दराज में वो प्रोफेसर रहता था
ठीक वैसे जैसे तुम्हारी वो डुप्लीकेट चाभी
या वो जरूरी वाला कागजात
जिसे तुम कब का भूल चुके हो
पर ये जानते हो
के किसी दिन वो बहुत काम आएगा
ठीक वैसे जैसे तुम्हारी वो डुप्लीकेट चाभी
या वो जरूरी वाला कागजात
जिसे तुम कब का भूल चुके हो
पर ये जानते हो
के किसी दिन वो बहुत काम आएगा
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