क्यों नहीं उतर आता सूरज जमी पर
बाटने अपनी रौशनी, जगमगाने इस जग को
क्या सोचता है,
चौंधियाई आँखों से छुप जायेगे ये मंजर
या डरता है,
के जलते इंसान, बुझा देंगे उसकी जोत को
बाटने अपनी रौशनी, जगमगाने इस जग को
क्या सोचता है,
चौंधियाई आँखों से छुप जायेगे ये मंजर
या डरता है,
के जलते इंसान, बुझा देंगे उसकी जोत को
No comments:
Post a Comment