Thursday, November 27, 2014

घर

ये दीवारें मिट्टी की, कमजोर है
वक़्त कभी भी तोड़ सकता है इन्हे

डर लगता है हमे घर बसाने से
पर तेरा ये महफूज रखने का भरोसा हमपे

एहसास देता है, के हम सम्हाल लेंगे सब
के इन दीवारों के मकान को घर बना लेंगे हम

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