लाख आंसू बहा लिए
अब खून बहाना बाकि है
अंग्रेजों से आजाद हो लिए
अब अपनों की बरी है
देशद्रोह तो बहुत देख लिए
अब देश में विद्रोह आनी है
समाज सुधारक बहुत हो लिए
अब खुद सुधरे की ठानी है
अब खून बहाना बाकि है
अंग्रेजों से आजाद हो लिए
अब अपनों की बरी है
देशद्रोह तो बहुत देख लिए
अब देश में विद्रोह आनी है
समाज सुधारक बहुत हो लिए
अब खुद सुधरे की ठानी है
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