ये मुस्काने
जैसे चुस्कियां चाय की
जेहन को राहत
जैसे गुदगुदीयाँ पाव की
एहसास ऐसा
जैसे तसकींया छाओं की
इल्तिफ़ात करती
जैसे सरगोशियाँ यार की
जैसे चुस्कियां चाय की
जेहन को राहत
जैसे गुदगुदीयाँ पाव की
एहसास ऐसा
जैसे तसकींया छाओं की
इल्तिफ़ात करती
जैसे सरगोशियाँ यार की
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